तभी तो हर वक़्त वो, खिंचाई जो मेरी करते। तभी तो हर वक़्त वो, खिंचाई जो मेरी करते।
दया की दरिया है भर दो फैली मेरी चादर है। दया की दरिया है भर दो फैली मेरी चादर है।
अपनी निर्धारित मन्जिल की तरफ अपनी बुद्धि बल के वशीभूत हो। अपनी निर्धारित मन्जिल की तरफ अपनी बुद्धि बल के वशीभूत हो।
सब अपनी जगह सही हैं गुण, दोषों के साथ, कोई किसी की जगह नहीं ले सकता। सब अपनी जगह सही हैं गुण, दोषों के साथ, कोई किसी की जगह नहीं ले सकता।
संघर्ष ही जिसके जीवन का सार है बस हैं मुठी भर सी मुश्किलें जिन्हे तोड़ने को तू तैयार ह संघर्ष ही जिसके जीवन का सार है बस हैं मुठी भर सी मुश्किलें जिन्हे तोड़ने को...
होली के के सतरंगी रंग हर रंग विशेषताओं से भरा अपने संग। होली के के सतरंगी रंग हर रंग विशेषताओं से भरा अपने संग।